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2.75 करोड़ की चावल चोरी से लेकर क्रिकेट सट्टे तक: एपीएमसी मार्केट में दलालों का महाघोटाला उजागर I

By M&M Bureau

ठाणे के एपीएमसी मार्केट में शुक्रवार को पुलिस ने सात दलालों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इन पर आरोप है कि उन्होंने एक आपूर्तिकर्ता से लाई जा रही बड़ी मात्रा में चावल को चुरा लिया और उसे काले बाजार में सस्ते दामों पर बेच दिया। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, इस धोखाधड़ी से कमाई गई करीब 2.75 करोड़ रुपये की रकम को आरोपियों ने क्रिकेट सट्टेबाजी में निवेश कर दिया।

यह शिकायत 56 वर्षीय जीवन भैयाजी कोतमवार ने दर्ज करवाई है, जो चंद्रपुर स्थित श्री वेंकटेश्वरा कॉरपोरेशन नामक थोक चावल आपूर्तिकर्ता कंपनी में प्रबंधक हैं। शिकायत के अनुसार, श्री वेंकटेश्वरा कॉरपोरेशन का एपीएमसी मार्केट स्थित दलाल नंदू ट्रेडर्स से करार था। इस फर्म के प्रबंधक जिग्नेश रमेश गजारा पर चंद्रपुर से चावल लेकर एपीएमसी मार्केट तक पहुँचाने की जिम्मेदारी थी।

जांच में सामने आया है कि जून 2024 से जून 2025 के बीच, गजारा ने एपीएमसी मार्केट के अन्य व्यापारियों—विपुल डामा, दीप गोरी, चेतन भद्रा, नरेश, मोहित भद्रा, हर्ष—तथा अन्य अज्ञात लोगों के साथ मिलकर यह धोखाधड़ी की।

इन लोगों ने चावल की खेप को तय ग्राहकों तक पहुँचाने के बजाय उसे बाहर के खरीदारों को सस्ते दामों पर बेच दिया। इसके बाद फर्जी कंपनी के नाम से बिल तैयार किए गए और नकली जीएसटी नंबर का इस्तेमाल कर लेन-देन को वैध दिखाने की कोशिश की गई। पुलिस अधिकारी ने बताया, “धोखाधड़ी से कमाई गई राशि आपूर्तिकर्ता को नहीं सौंपी गई, बल्कि आरोपियों ने इसे क्रिकेट मैचों के दौरान सट्टेबाजी में लगा दिया।”

जब भुगतान लगातार टाला जाने लगा, तो कोतमवार को धोखाधड़ी का संदेह हुआ और उन्होंने पुलिस में शिकायत की। शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 316(5) (आपराधिक विश्वासघात), 318(4) (धोखाधड़ी), 336(2) (जालसाजी), 338 (कीमती सुरक्षा दस्तावेज की जालसाजी),
340(2) (जाली दस्तावेज को असली के रूप में प्रयोग करना) और 3(5) (साझा आपराधिक इरादा) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रही है।

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